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Help the needy but take care not to hurt their self-esteem its important

Never hart emotion to others
Never hart emotion to others

*मदद ज़रूर करे लेकिन आत्मसम्मान को ठेस न पहुचाये*

(मुश्किल समय में मानव का मानव के प्रति ज़िम्मेदारी भरी यह छोटी सी कहानी)

Help the needy but


Help the needy but take care not to hurt their self-esteem its important

इस मुश्किल समय में किसी की मदद कीजिए या न कीजिये,पर किसी के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचाइए।
आप जानते है इस समय सबसे ज्यादा परेशान मध्यम वर्ग (मिडिल क्लास)के लोग है, जो न अनाज मांग सकता है, न खाना मांग सकता है|
उधार पर उधार लेकर अपना घर चला रहा है और कर्जे से दबता जा रहा है…
ऐसे मध्यम वर्ग के लोगो के मदद करने का अनोखा अंदाज़ …
मुहल्ले में बच्चों को पढ़ाने वाली एक लेडिज टीचर के घर आटा और सब्जी नहीं था मगर वह सादगी से रहने वाली महिला बाहर आकर मुफ़्त
राशन वाली लाइन में लगने से घबरा रही थी….
फ्री राशन वितरण करने वाले समाजसेवी युवाओं को जैसे ही यह बात पता चली उन्होंने जरूरतमंदों में मुफ्त आटा व सब्जी बांटना रोक दिया
वो सब पढ़े लिखे युवा थे,आपस में राय व मशविरा किया, बातचीत में यह तय हुआ कि न जाने कितने मध्यम वर्ग के लोग अपनी आंखों में
ज़रूरत का प्याला लिए फ़्री राशन की लाइन को देखते हैं,पर अपने आत्मसम्मान के कारण करीब नहीं आते….
राय व मशविरा के बाद उन समाजसेवी युवाओं ने मुफ्त राशन वितरण का बोर्ड बदल दिया और दूसरा बोर्ड लगा दिया जिस में लिखा था कि…

स्पेशल ऑफ़र ….
हर प्रकार की सब्जी 15 रूपए किलो, मसाला फ़्री, आटा, चावल, दाल, चीनी 15 रूपए किलो…..
ऐसा बोर्ड में लिखा देखकर भिखारियों की भीड़ छंट गई और मध्यवर्गीय परिवार के मजबूर लोग हाथ में थोडे बहुत रूपए पकड़े ख़रीदारी की
लाईन में लग गए, अब उन्हें इत्मीनान था, की उनके आत्मसम्मान को ठेस लगने वाली बात नहीं थी।
इसी लाइन में बच्चों को पढाने वाली टीचर जी भी अपने हाथ में थोड़ी रकम लेकर खड़ी थीं, उनकी आंखें भीगी हुई थी पर घबराहट ना थी
उनकी बारी आई सामान लिया पैसे दिए और इत्मीनान के साथ घर वापस आ गईं, सामान खोला देखा कि जो पैसे उन्होंने ख़रीदारी के लिए दिए
थे वह पूरे के पूरे उनके सामान में मौजूद थे…..
समाजसेवी युवाओं ने उनका पैसा वापस उस समान के थैले में डाल दिए थे…
वो समाजसेवी युवक हर खरीददार के साथ यही कर रहे थे, यह सच है कि इस तरह का तारीका
दिखावा करने वाले समाजसेवी लोगों के लिये नामुमकिन है…
आप सब से यही प्रार्थना है की मदद कीजिए पर किसी के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचाइए …….
क्योंकि यकीन रखिए कि ईश्वर आपके किये गये हर कर्म पर अपनी नजर रखते हैं..
उन्हें किसी फोटो या सबूत की जरूरत नहीं है 🙏🙏

I am a motivational and spiritual speaker.

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