आचार्य तरुण सागर जी के कड़वे प्रवचन वाक्य | Kadve Quotes
आचार्य तरुण सागर जी का जीवन परिचय (तरुण सागर जी कौन है ?) –
इनका जन्म 26 जून, 1967, ग्राम गुहजी, जिला दमोह मध्यप्रदेश में हुआ, वहीं माता पिता द्वारा बचपन में दिया नाम पवन कुमार जैन था। इन्होंने 8 मार्च , 1981 गृह त्याग कर दिया। जिसके बाद अकलतरा ( छत्तीसगढ़) में 18 जनवरी , 1982 को छुुल्लक दीक्षा के पश्चात बागीदौरा (राज.) में 20 जुलाई, 1988 मुनि दीक्षा ली। इन्होंने अपनी दीक्षा jain-saints गुरु आचार्य पुष्पदंत सागर जी मुनि से ली।
मध्यप्रदेश सरकार की ओर से 26 जनवरी , 2003 को इन्दौर के दशहरा मैदान में मुनि तरुण सागर महाराज को राष्ट्र संत का दर्जा दिया गया।
वहीं तरुण सागर महाराज का देहावसान पीलिया बीमारी के कारण 01 सितम्बर 2018 को सुबह लगभग 03:30 बजे दिल्ली में हुआ।
“मन की भूमि पर ऐसे बीज मत बोना कि कल उनकी फसल काटते वक्त आँसू बहाने पड़ें।” -आचार्य तरुण सागर जी
“जिंदगी में ज्यादा रिश्ते बनाना जरूरी नहीं, लेकिन जो रिश्ते हैं उन्हें दिल से निभाना जरूरी है।”-आचार्य तरुण सागर जी
“सच्ची खुशी बाहर नहीं, आपके भीतर है। उसे तलाशें।”-आचार्य तरुण सागर जी
“मौन से बड़ा कोई शस्त्र नहीं, और क्षमा से बड़ा कोई धर्म नहीं।” -आचार्य तरुण सागर जी
“दूसरों की गलतियों को माफ करना सीखो, क्योंकि खुद भी इंसान हो।” -आचार्य तरुण सागर जी
“जीवन में परिवर्तन तब आएगा जब आप बदलेंगे। सामने वाला नहीं बदलने वाला। आपको बदलना होगा। आपकी पत्नी नहीं बदलेगी आपको बदलना होगा। आपका पति नहीं बदलेगा आपको बदलना होगा। आपके पडोसी नहीं बदलेंगे आपको बदलना होगा। जो प्रकृति ने दिया वो दे दिया। हम अपने चेहरे का रंग तो नहीं बदल सकते पर अपने जीने का ढंग तो बदल सकते हैं।” -आचार्य तरुण सागर जी
Kadve Vachan Tarun Sagar Ji Ke
जीवन में हर किसी को सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए, चाहे दुनिया आपके खिलाफ क्यों न हो जाए। -आचार्य तरुण सागर जी
जो इंसान अपनी कमजोरियों को स्वीकार करता है, वही उन्हें दूर कर सकता है। -आचार्य तरुण सागर जी
जो अपनी इच्छाओं पर काबू नहीं पा सकता, वो कभी खुश नहीं रह सकता। -आचार्य तरुण सागर जी
अपने स्वार्थ के लिए दूसरों का उपयोग करने वाला कभी सुखी नहीं हो सकता। -आचार्य तरुण सागर जी
Kadve Vachan Quotes in Hindi
अपने कर्मों का ध्यान रखें, वे ही आपका भविष्य तय करेंगे। -आचार्य तरुण सागर जी
क्रोध इंसान का सबसे बड़ा शत्रु है, जो उसे अंदर से खोखला कर देता है। -आचार्य तरुण सागर जी
बिना परिश्रम के सफलता की उम्मीद करना मूर्खता है। -आचार्य तरुण सागर जी
जो लोग दूसरों की गलतियों पर हंसते हैं, वे अपने पतन का कारण बनते हैं। -आचार्य तरुण सागर जी
मुनिश्री तरुण सागर जी के कुछ प्रवचन वाक्य स्टेटस
अपने दोषों को स्वीकार करना सच्ची बहादुरी है। -आचार्य तरुण सागर जी
ज्ञान वही है जो आपके जीवन को बदल दे। -आचार्य तरुण सागर जी
संसार में सबसे बड़ा उपदेश आपका आचरण है। -आचार्य तरुण सागर जी
Aacharya Tarun Sagar Ji Quotes In Hindi
कड़वे प्रवचन स्टेटस
मन को शांत रखने का प्रयास करो, यह सबसे बड़ी साधना है। -आचार्य तरुण सागर जी
पैसा कमाने के लिए अपनी आत्मा का सौदा मत करो। -आचार्य तरुण सागर जी
जितनी जरूरत हो, उतना ही बोलो; ज्यादा बोलने से गलतियाँ होती हैं। -आचार्य तरुण सागर जी
इच्छाओं का अंत ही शांति का प्रारंभ है। -आचार्य तरुण सागर जी
Kadve Vachan Hindi Quotes
“जब भी ज़िंदगी में संकट आता है तो सहन शक्ति पैदा करो। जो सहता है वो रहता है।” -आचार्य तरुण सागर जी
“कभी भी अच्छे लोगों की तलाश न करें, बल्कि खुद ही अच्छे बन जाएं, शायद आपसे मिलकर किसी की ये तलाश पूरी हो जाये “ -आचार्य तरुण सागर जी
“रोते हुये जन्म लेना दुर्भाग्य नही है, बल्कि रोते हुये मर जाना दुर्भाग्य है।” -आचार्य तरुण सागर जी
“जहां रस बरसे वह रसोई, जहां किच-किच हो वह किचन।” -आचार्य तरुण सागर जी
“खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ, खूब जरूरी हो तभी कोई चीज उधार लो। ” -आचार्य तरुण सागर जी
11 Best Quotes By Munishri Tarun Sagar Ji
“आदमी की औकात एक मुट्ठी राख से ज्यादा नहीं है पर अपने को चक्रवर्ती का बाप समझता है – एक माचिस की चिल्ली, एक लोटा घी, लकड़ियों के ढेर पर कुछ घंटे में बस राख बस इतनी सी है आदमी की औकात।”-आचार्य तरुण सागर जी
“डॉक्टर और गुरु के सामने झूठ मत बोलिये, क्योकि यह झूठ बहुत महंगा पड़ता है। गुरु के सामने झूठ बोलने से पाप का प्रायश्चित नहीं होगा, और डॉक्टर के सामने झूठ बोलने से रोग का निदान नहीं होगा।” -आचार्य तरुण सागर जी
“जिस दिन हमारे देश की नीति के साथ नीयत भी अच्छी हो जायगी,अच्छे दिन आ जायेंगे और नीति के साथ नीयत अच्छी नहीं होगी तो भगवान भी कुछ नहीं कर सकते।” -मुनिश्री तरुण सागर जी
“शायद आपको पता नही है कि हर महापुरुष के पीछे एक खलनायक होता है। आलोचकों से डरो नहीं; आखिर पत्थर उसी पेड़ पर फेंके जाते हैं जिस पर मीठे-मीठे फल लटक रहे होते हैं।” -मुनिश्री तरुण सागर जी
“यह दुनिया जालिम है। तुम्हारे दुख-दर्द को रो-रोकर पूछेगी और हंस-हंसकर दुनिया को बतायेगी। अपने जख्म उन लोगों को ना दिखाओ जिनके पास मरहम ना हो। वे खुदगर्ज लोग मरहम लगाने की बजाए जख्मों पर नमक छिड़क देंगे।” -मुनिश्री तरुण सागर जी
तरुण सागर जी के कड़वे वचन
जो दूसरों के प्रति दयालु नहीं है, वह ईश्वर का प्रिय नहीं हो सकता। -आचार्य तरुण सागर जी
“अपने विचारों को शुद्ध रखें, वे आपके कर्म को प्रभावित करते हैं।” -आचार्य तरुण सागर जी
“जीवन में सबसे बड़ा रोग है—’लोग क्या कहेंगे’।” -आचार्य तरुण सागर जी
“कर्ज और शत्रु को कभी बड़ा मत होने दो । स्वयं पर पूरा भरोसा रखो।” -आचार्य तरुण सागर जी
“पैसा खोने से केवल संपत्ति जाती है, लेकिन चरित्र खोने से सब कुछ खत्म हो जाता है।” -आचार्य तरुण सागर जी
आचार्य तरुण सागर जी के कड़वे प्रवचन वाक्य | Kadve Quotes
जीवन को सरल बनाना सीखें, जटिलताएँ आपको परेशान करेंगी। -आचार्य तरुण सागर जी
जिंदगी में कभी दुख और पीड़ा आए तो उसे चुपचाप पी जाना। अपने दुख और दर्द दुनिया के लोगों को मत दिखाते फिरना; क्योंकि वह डॉक्टर नहीं है जो तुम्हारी समस्या का समाधान कर दे। -आचार्य तरुण सागर जी
“लड़ लेना, झगड़ लेना, पिट जाना, पीट देना; लेकिन बोलचाल मत बंद करना।” -आचार्य तरुण सागर जी
“स्वयं को बदलने में जो समय लगेगा, वह दुनिया को बदलने से कम होगा।” -आचार्य तरुण सागर जी
“संसार में कोई भी चीज स्थायी नहीं है, इसलिए मोह मत रखो।” -आचार्य तरुण सागर जी
“अहंकार इंसान को कभी ऊँचा उठने नहीं देता।” -आचार्य तरुण सागर जी
“युवतियां कभी भी घर से भागकर शादी मत करना। विधर्मी से शादी करने पर आपको वह सब भी करना पड़ सकता है जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। तीन घंटे की फिल्म और वास्तविक जीवन में काफी अंतर होता है। अतः कोई भी काम जाग्रत अवस्था में ही करो।” -आचार्य तरुण सागर जी
“अपने कर्मों पर ध्यान दो, वे ही तुम्हारा भाग्य बनाते हैं।” -आचार्य तरुण सागर जी
“जीवन में त्याग का महत्व समझो, वह ही सुख का मार्ग है।” -आचार्य तरुण सागर जी
“अपनी गलतियों से सीखो, यही असली शिक्षा है।” -आचार्य तरुण सागर जी
“धन से नहीं, चरित्र से व्यक्ति महान बनता है।” -आचार्य तरुण सागर जी
“धैर्य हर समस्या का समाधान है।” -आचार्य तरुण सागर जी